उत्तर प्रदेश कांग्रेस कमेटी के सचिव एवं मोहम्मदाबाद विधानसभा के पूर्व कांग्रेस प्रत्याशी डॉ जनक कुशवाहा के नेतृत्व में जनपद के विभिन्न घाटों का दौरा कर कोविड-19 महामारी से हो रहे बेहताशा मृत्यु पर चिंता व्यक्त की। साथ ही साथ गंगा घाट पर लगातार मिल रही लाशों पर सरकार को घेरते हुए कहा कि गंगा घाटों पर लगातार लाशों का मिलना सरकार के विफलता का प्रतीक है।
हिंदू धर्म के रीति-रिवाजों के अनुसार कोई भी हिंदू व्यक्ति अपने पूर्वजों के लाशों को इस तरह से नहीं दफना सकता। एक तरफ हमारे मुख्यमंत्री जी बयान देते हैं कि प्रदेश में किसी तरह की अव्यवस्था नहीं है, जबकि केवल गाजीपुर जनपद ही नहीं बल्कि पूरे प्रदेश में नदियों के किनारे जिस तरह से लाशो मिलना जारी है इससे स्पष्ट है कि सरकार शासन चलाने में विफल है। बिहार सरकार जाल बिछाकर उत्तर प्रदेश की सरकार को चैलेंज कर रही है परंतु हमारी उत्तर प्रदेश की सरकार हाथ पर हाथ रख कर बैठी हुई है। पूरे प्रदेश में वैसलीन की कमी है, ऑक्सीजन की कमी है, वेनटीलेटर की कमी है, परंतु सरकार कुंभकर्ण की नींद सो रही है और बयान जारी करती है कि उत्तर प्रदेश में किसी चीज की कमी नहीं है। वर्तमान केंद्र और प्रदेश की सरकार को जनता से कोई लेना देना नहीं है। केवल वह चुनाव मूड में रहती है और सत्ता पर काबिज रहने के लिए लोकतंत्र का माहौल तक उड़ा रही है। इस कार्यक्रम में मुख्य रूप से अशोक कुशवाहा, मनोज कुशवाहा, दिग्विजय गुप्ता, अब्दुल हमीद शाह गाजी, जलाउद्दीन शाह, लालू चौधरी आदि प्रमुख रूप से रहे।