मिली जानकारी के अनुसार, इस दौरान उन्होंने कार्यक्रम के प्रारंभ में सबसे पहले समाज के महापुरुषों को नमन करते हुए, उन्हें श्रद्धांजलि अर्पित की। जहां उन्होंने बैठक में समाज के नेता एवं कार्यकर्ताओं की महासभा के मध्य पार्टी को मजबूत बनाने के लिए अहम सुझाव दिए। इसके पश्चात उन्होंने बैठक को संबोधित करते हुए, कहा कि राजनीतिक ताकत को बढ़ाने के लिए कुशवाहा समाज को भागीदारी के साथ अपनी ताकत दिखानी पड़ेगी। वही प्रदेश में कुशवाहा मौर्य शाक्य सैनिक की संख्या लगभग 14 प्रतिशत है परंतु राजनीतिक भागीदारी में हम बहुत पीछे हैं अतः इस लक्ष्य को प्राप्त करने के लिए हमें संघर्ष करने की आवश्यकता है।
बता दे कि इस अवसर पर उन्होंने कमेटी के सदस्यों के मध्य यह भी कहा कि सामाजिक कार्यकर्ताओ को एकजुट समरूपता द्वारा पार्टी को समय देने की आवश्यकता है क्योंकि बिना समय दिए हुए, हम अपनी ताकत का एहसास नहीं करा सकते वहीं इसक साथ ही उन्होंने अपने पूर्वजों के स्वर्णिम इतिहास के अनुरूप एकता का परिचय देते हुए, कहा कि सभी को राजनीतिक सामाजिक शैक्षणिक भागीदारी को बढ़ाने में प्रमुख भूमिका निभाने की आवश्यकता है। जिससे कि हम अपने संगठन को एक मज़बूत गति की दिशा प्रदान कर सकते है।
वहीं आयोजित कार्यक्रम के इस विशेष मौके पर, मुख्य रूप से डॉ. जनक कुशवाहा के साथ शिक्षक श्याम नारायण कुशवाहा, सील वचन भंते, भारतीय जनता पार्टी के नेता गुलाब कुशवाहा, बहुजन समाज पार्टी के नेता अलगू कुशवाहा, कर्मचारी नेता देवेंद्र मौर्य, कम्युनिस्ट पार्टी के नेता मनोज कुशवाहा, जयप्रकाश कुशवाहा, समाजवादी पार्टी के जिला सचिव नागेंद्र कुशवाहा, रामनिवास कुशवाह, पप्पू कुशवाहा, राम अवध कुशवाहा, अभिमन्यु कुशवाहा, सुरेश कुशवाहा, विनोद कुशवाहा, रामाश्रय कुशवाहा सहित तमाम लोगो ने उपस्थित होकर इसके उद्देश्य को सफल बनाया।