राष्ट्र और धर्म के लिए समर्पित, भारतीय संस्कृति, न्याय और मूर्तिमान वीरता की प्रतीक महारानी अहिल्याबाई होलकर सशक्त भारतीय नारी का पर्याय हैं। यह बात मंदसौर से जिला काँग्रेस कमेटी से महामंत्री श्यामलाल जोकचंद ने आज धनगर गायरी संगठन मंदसौर के तत्वावधान में आयोजित पुण्यलोक देवी अहिल्याबाई होल्कर जी की 298वीं जयंती पर आयोजित कार्यक्रम में धनगर गायरी समाज को संबोधन में कही।
इस कार्यक्रम के माध्यम से माता अहिल्याबाई होल्कर जी के जीवन पर प्रकाश डालते हुए कहा कि धर्म एवं संस्कृति के संरक्षण के लिए लोकमाता अहिल्याबाई होल्कर का अतुलनीय योगदान है। उन्होंने सोमनाथ से काशी तक कई मंदिरों का जीर्णोद्धार करके धर्म एवं संस्कृति की अद्भुत सेवा की। भाजपा दलौदा मंडल अध्यक्ष विकास सुराणा ने भी संबोधित किया। बताया कि राजमाता पुण्यश्लोक अहिल्या देवी होल्कर भारतीय इतिहास की महानतम रानियों में से एक थीं। उन्हें एक आदर्श शासक के रूप में पहचाना जाता है। बहुत कम उम्र में विधवा हो जाने के बाद उन्होंने मालवा राज्य पर 28 साल तक अपने दम पर शासन किया। उन्होंने उज्जैन के काशी विश्वनाथ, मरकर्णिका घाट, अहिल्या घाट, वाराणसी, अहिल्या घाट, महाकालेश्वर बद्रीनाथ केदारनाथ रामेश्वर श्री सोमनाथ सहित कई हिंदू मंदिरों, मस्जिदों, गुरुद्वारा घाटों और तीर्थ स्थलों का जीर्णोद्धार कराने के साथ-साथ तीर्थयात्रियों के लिए मूलभूत सुविधाओं का निर्माण कराया।