अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी के राष्ट्रीय महासचिव एवं उत्तर प्रदेश प्रभारी आदरणीय प्रियंका गांधी के लखीमपुर जाते समय बिना किसी कारण बताएं उन्हें डिटेन कर लिया गया। साथ ही साथ 48 घंटे बाद एफआईआर कर विधिवत गिरफ्तार किया गया, जबकि जिनको संगीन धाराओं में एफआईआर दर्ज किया जाना चाहिए, वह मीडिया में बाइट देते हुए घूम रहा है। इस मुद्दे को लेकर मऊ जनपद के कांग्रेसियों ने मऊ गाजीपुर हाईवे को जाम किया, जिससे आवागमन ठप्प होते ही पुलिस फोर्स ने उन्हें गिरफ्तार कर पुलिस लाइन भेज दिया।
प्रेस से बात करते हुए उत्तर प्रदेश कांग्रेस कमेटी के सचिव डॉ जनक कुशवाहा ने कहा कि जो निर्दोष है उसको गिरफ्तार किया जा रहा है और जो दोषी हैं उसे छोड़ दिया जा रहा है। यही उत्तर प्रदेश सरकार की कार्य शैली है। छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल जी लखनऊ में उतरते हैं तो उनके लिए 144 धारा बताया जा रहा है परंतु ठीक उसी के समानांतर हमारे प्रधानमंत्री जी लखनऊ की सरजमीन पर मीटिंग करके दिवस मनाते हैं तो उनके लिए 144 धारा नहीं है। यह भारतीय जनता पार्टी डिक्टेटरशिप का प्रयोग करके लोकतंत्र की हत्या कर रही है।
कांग्रेस के वरिष्ठ नेता रामजीत पांडे ने कहा कि उत्तर प्रदेश की सरकार प्रदेश के लिए अभिशाप बन गई है केवल कागजी घोषणाओं कर जनता को लुभाती है।
जिला कांग्रेस कमेटी के उपाध्यक्ष राज मंगल यादव ने कहा कहा कि उत्तर प्रदेश का नौजवान छात्र कांग्रेस के कार्यकर्ता ईट से ईट बजाने के लिए तैयार हैं और जब तक के जुल्मी सरकार को खत्म नहीं कर देते हैं तब तक यह लड़ाई लड़ते रहेंगे। 2022 में प्रियंका गांधी जी एवं अजय कुमार लल्लू के नेतृत्व में कांग्रेस की सरकार बनना सुनिश्चित हो गया है, जिला कांग्रेस कमेटी के उपाध्यक्ष धर्मेंद्र सिंह ने कहा कि जब तक बहन प्रियंका गांधी को रिहा नहीं होती है तब तक हम जेल भरते रहेंगे। हम देखना चाहते हैं कि उत्तर प्रदेश सरकार के जेल में कितनी जगह है। इसमें सभी कार्यकर्ता मन बना करके जेल जा रहा है अंतिम समय तक जेल में रहने के लिए तैयार हैं।
कांग्रेस के वरिष्ठ नेता और पीसीसी सदस्य माधवेंद्र बहादुर सिंह ने कहा कि कांग्रेस का एक एक कार्यकर्ता बहन प्रियंका गांधी और अजय कुमार लल्लू जी के साथ खड़ा है और जब तक दोषियों पर कार्रवाई नहीं हो जाती है उन्हें गिरफ्तार नहीं किया जा सकता है, तब तक मऊ जनपद के कार्यकर्ता आंदोलन करते रहेंगे।
इस कार्यक्रम में मुख्य रूप से पूर्व विधायक नसीम अहमद, संजय सिंह, ओम प्रकाश ठाकुर, अकरम प्रीमियम, आफताब आलम, गौरव राय, मधुसूदन त्रिपाठी, विनोद कुमार, अनिल जायसवाल, बाल जी चौहान, कैलाश चौहान, महेंद्र सोनकर रफी, अतहर अंसारी, रमन पांडे, वकील अहमद अंसारी ,संजय चौहान, सर्वेश फहद क़दीर, कुमार, आफताब सिद्दीकी, विक्की समीम, इंजीनियर सनाउल्लाह सईदुल रहमान, तौसीफ इलाही, राजू फारुकी, अब्दुल अजीम, सलमान इरशाद, उमाशंकर सिंह, रामचंद्र राय, त्रिभुवन भारती, बनवारी राम, सिकंदर प्रसाद, विनय कुमार गौतम, अब्दुल अजीम अंसारी, छोटेलाल, हृदय नारायण राय, मुकेश राजभर, स्वामी नाथ राय, रत्नेश कुमार राय, अश्वनी कुमार राय, तौसीफ इलाही, डॉक्टर बब्बन सिंह, यशवंत उपाध्याय, वीरेंद्र चौहान, काशीनाथ, मुकेश कुमार, रामनारायण दुर्ग, विजय राम, रमाशंकर चौहान, अमृतमल बब्बन, अजय मिश्रा, अशोक राय सहित सुरेंद्र राजभर और दुर्गेश व अन्य सैकड़ों कार्यकर्ता उपस्थित रहे।