लखीमपुर खीरी में किसानों के साथ किए गए अमानवीय व्यवहार को लेकर मऊ जिला एवं शहर कांग्रेस कमेटी के तत्वावधान में महामहिम राष्ट्रपति को ज्ञापन सौंपा गया। कांग्रेस के नेता एवं पदाधिकारी कांग्रेस कार्यालय बुनकर कॉलोनी पर इकट्ठा हुए और जुलूस के स्वरूप में कचहरी परिसर में पहुंच कर धरने के रूप में बैठकर कांग्रेसी उत्साह पूर्वक नारे लगाने लगे और प्रियंका गांधी को छोड़ने की गुहार के साथ उन्होंने एडीएम को ज्ञापन दिया। जिसमें मांग किया गया कि प्रियंका गांधी को तत्काल रिहा किया जाए और किसान के पीड़ित परिवार से मिलने दिया जाए। साथ साथ किसान परिवार के मृतक को एक करोड़ रुपये एवं उनके परिवार में एक नौकरी दिया जाए। तत्पश्चात सुप्रीम कोर्ट की कमेटी से न्यायिक जांच कराकर दोषियों को दफा 302 में कड़ी से कड़ी सजा दी जाए।
धरने को संबोधित करते हुए उत्तर प्रदेश कांग्रेस कमेटी के सचिव और मऊ प्रभारी डॉक्टर जनक कुशवाहा ने कहा कि चंपारण आंदोलन के दौरान नील की खेती करने हेतु अंग्रेजों ने किसानों पर चाबुक चलाकर अपनी मनमानी करवा रहे थे। उसको भी पीछे छोड़ कर यह सरकार किसानों पर जुल्म ढाह रही है। अब समय आ गया है जब भारत का युवा कांग्रेस का साथ देकर इस आताताई के खिलाफ संघर्ष करे।
जिला कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष इंतखाब आलम ने कहा कि इस सरकार ने जलियांवाला बाग की याद दिला दी। योगी और मोदी की सरकार अपने पूंजीपति दोस्तों के लिए किसानों को खुलेआम सड़कों पर मरवाने का काम कर रही है लेकिन कांग्रेस कार्यकर्ता किसानों के समर्थन में सड़क पर उतरने के लिए तैयार हैं और अब वह समय आ गया है कि कांग्रेस के कार्यकर्ता किसानों की लड़ाई लड़ेगा और उन्हें सम्मान दिलाएगा। यदि सरकार हमारी मांगों को पूरा नहीं करती है तो हम पूरी तरह से प्रदेश को जाम करने की एलान करेंगे।
इस कार्यक्रम में मुख्य रूप से सहारा अध्यक्ष विष्णु कुशवाहा, उपाध्यक्ष रफी अहमद, रमन पांडे, वकील अंसारी, जिला कांग्रेस कमेटी के उपाध्यक्ष राज मंगल यादव, धर्मेंद्र कुमार सिंह, संजय यादव, शीला भारती, महासचिव विनोद कुमार, अनिल जयसवाल, मधुसूदन त्रिपाठी, ब्रह्मानंद पांडे, पूर्व विधायक अमरीश चंद्र पांडे, नसीम अहमद, एआईसीसी सदस्य घनश्याम सहाय, ब्लॉक अध्यक्ष संजय सिंह, सुरेंद्र राजभर, त्रिभुवन चंद्रभान यादव, मुकेश राजभर, शहर के पदाधिकारी गण सहित सैकड़ों कार्यकर्ता उपस्थित थे।